बिस्तर ताले में बन्द हो गया

छोटा बेटा था मैं 
हाँ सबसे छोटा 
जिसके बालों की चाँदी को अनदेखा करके 
किसी ने बच्चा बनाए रखा था 
जिससे लाड़ था 
प्यार था 
दुलार था 
कि आदत जिसकी 
हो गई खराब थी 
कि अचानक 
अनचाही एक सुबह 
यूँ करके उठी 
कि मायने हर बात के बदल गए 
कि वो बच्चा आदमी सा बन गया 
कि बिस्तर भी उसका सोने का बदल गया 
क्योंकि बिस्तर जिस पर 
माँ सोती थी 
किसी ताले में बन्द हो गया। 
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राजीव उपाध्याय

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